मुंबई, 21 जुलाई, गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई एवं हिन्दी साहित्य भारती, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में सांताक्रुज स्थित पब्लिक हाई स्कूल एन्ड जूनियर कॉलेज के सभागार में “गुरु-वंदन” समारोह आयोजित किया गया।
गजानन महतपुरकर ने बताया कि यहॉं की छात्राओं द्वारा गुरुजनों के प्रति सम्मान के लिए प्रस्तुत किये गये आकर्षक गीतों, नृत्यों और वैचारिक अभिव्यक्ति के फलस्वरूप यह समारोह सभी उपस्थित अतिथियों एवं दर्शकों के लिए यादगार बन गया।
इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ राजनेता और साहित्यसेवी अमरजीत मिश्र तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे, एन एम कॉलेज, मुंबई की हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. ममता झा, मशहूर लोक गायक विनोद दुबे, हिंदी सेवा परिषद के संस्थापक यज्ञनारायण दुबे और महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई के कार्यकारी सदस्य गजानन महतपुरकर उपस्थित रहे, जिनका सम्मान शॉल ओढ़ाकर एवं श्रीफल भेंट कर पब्लिक हाई स्कूल एन्ड जूनियर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राकेश वाई. दुबे द्वारा किया गया।
प्राचार्य ने अपने स्वागत भाषण में संस्था की पृष्ठभूमि और विवरण से भी अवगत कराया। समारोह के आरम्भ में विभिन्न छात्राओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत एवं गुरु वंदन नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियों और गुरुजनों के प्रति अपनी भावनात्मक अभिव्यक्तियों से उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। तत्पश्चात सुप्रसिद्ध लोक गायक विनोद दुबे ने अपने प्रभावशाली गीतों के माध्यम से गुरु वंदना की सुमधुर प्रस्तुति देकर सभी की सराहना बटोरी। तदुपरांत सभी अतिथियों ने भारतीय संस्कृति में वैदिक काल से लेकर वर्तमान काल तक की गुरु-शिष्य परम्परा का विशद विश्लेषण करते हुए उपस्थित विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
दर्शक दीर्घा में उद्योगपति एवं समाजसेवी महेंद्र सुराणा, वरिष्ठ कवयित्री रीमा राय सिंह, बाल साहित्यकार रीता कुशवाहा एवं अलका जैन “आनंदी”, उपन्यासकार लक्ष्मी यादव तथा कवि एवं पत्रकार रवि यादव सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। समारोह का सफल संचालन डॉ. वर्षा महेश द्वारा किया गया तथा समारोह के अंत में हिन्दी साहित्य भारती के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट राजीव मिश्र ने समारोह में पधारे सभी गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया।