मुंबई, 14 अगस्त। महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुंबई एवं ग्रामीण महिला बहुउद्देशीय संस्था, नागपुर के संयुक्त तत्वावधान में काव्य सम्मेलन एवं साहित्य संगोष्ठी का आयोजन हंसकृपा जूनियर कालेज, नागपुर में हाल ही में किया गया। इसमें विविध सामाजिक पहलुओं के साथ वर्तमान परिदृश्य में साहित्य की भूमिका पर सार्थक चर्चा की गई।
गजानन महतपुरकर ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि संगोष्ठी की अध्यक्षता महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य और वरिष्ठ राजनेता अजय पाठक ने की। काव्य सम्मेलन में हास्य रस के वरिष्ठ कवि डॉ प्रमोद शुक्ला एवं प्रो नीरज व्यास, वीर रस के सुरेंद्र हरडे और विनोद नायक तथा गीतकार प्रो. रविशंकर कोलते एवं डॉ नंदलाल चौधरी ने शानदार प्रस्तुतियाॅं देकर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। कॉलेज संचालक दुर्गा दास जिचकार ने सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य विजेन्द्र बत्रा ने प्रभावशाली मंच संचालन किया। सामाजिक कार्यकर्ता सुनीता महल्ले, कॉलेज प्राचार्या रूपाली जॅंवजाल और स्कूल प्राचार्या प्रीति चौरसिया की प्रमुख उपस्थिति रही। अंत में कार्यक्रम के संयोजक और महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य जगदीश थपलियाल ने सभी के प्रति आभार प्रदर्शन किया।
इसी तरह संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती के उपलक्ष्य में मुंबई महानगर के मालाड उपनगर स्थित शारदा ज्ञानपीठ सभागार में महाराष्ट्र हिंदी साहित्य अकादमी और अखिल ब्रह्मविज्ञान संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में गोस्वामी तुलसीदास जयंती समारोह का सफल आयोजन रविवार को सम्पन्न हुआ।
समारोह में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे ने कहा कि भारतीय मूल्यों की प्रतिष्ठा के लिए प्रसिद्ध कवियों, साहित्यकारों और कलाकारों की जयंतियों का समारोह पूर्वक उत्सव मनाने के साथ ही उनके विचारों, भावनाओं एवं जीवन मूल्यों को अपने व्यवहार में आत्मसात करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने कविता और मानव जीवन में सार्थकता, मूल्य, रसमयता और छांदिक अनुशासन पर बल दिया। उन्होंने भारतीय संस्कृति और सनातन मूल्यों के संवर्धन का अप्रतिम सूत्र दिया, जो हमारे लिए आज भी प्रेरणा स्रोत है।
समारोह में श्रीभगवान तिवारी, देवेन्द्र तिवारी, श्रीराम पाल और अनिल मिश्र ने गोस्वामी तुलसीदास के साहित्य पर प्रकाश डाला।योगाचार्य भारतेन्दु ने बाॅंसुरी पर श्रीराम धुन बजाकर सभी उपस्थित लोगों को आह्लादित कर दिया।आचार्य रामव्यास उपाध्याय द्वारा स्वस्तिवाचन तथा डॉ. रोशनी किरण द्वारा सरस्वती वंदना से आरम्भ समारोह में अवनीश सिंह, रीमा राय सिंह, शशिकला पटेल, अर्चना उपाध्याय, सुनीता सिंह, ओमप्रकाश दुबे आदि ने शोध-प्रपत्र प्रस्तुत किये। श्रीमान भाटी ने अकादमी और संस्थान के इस संयुक्त आयोजन को सामाजिक, सांस्कृतिक और भारतीय मूल्यों की प्रतिष्ठा के समारोह की संज्ञा दी।
उन्होंने कहा मुंबई की प्रमुख शैक्षणिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था “प्रतीक्षा मेमोरियल एज्युकेशनल ट्रस्ट” के 16वें वार्षिक सम्मेलन के उपलक्ष्य में रविवार को आयोजित साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संध्या अपनी प्रभावशाली सृजनात्मक प्रस्तुतियों और विभिन्न विद्वानों की सारगर्भित वैचारिक अभिव्यक्तियों के फलस्वरूप सभी सहभागी साहित्य प्रेमियों के लिए अविस्मरणीय बन गई।
मायानगरी मुंबई के जोगेश्वरी उपनगर स्थित श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के सभागार में आयोजित इस भव्य समारोह में महानगर के प्रमुख विद्वान, वरिष्ठ रचनाकार और साहित्य प्रेमी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इसके अंतर्गत हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. कृपाशंकर मिश्र के नवीनतम काव्य संग्रह “आकाशवाणी” पर परिचर्चा, हिंदी साहित्य के विभिन्न विद्वानों एवं रचनाकारों का सम्मान समारोह एवं सुरुचिपूर्ण कवि सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ। आयोजन के अंतर्गत सम्मान मूर्ति एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी आर. के. मिश्र, जवाहर मिश्र, कमला शंकर मिश्र और विवेक पांडे का विशेष सत्कार एवं अभिनंदन किया गया। विशिष्ट अतिथियों के रूप में वरिष्ठ साहित्यकारों एवं समीक्षकों डॉ. सागर त्रिपाठी, डॉ. उषा मिश्रा, डॉ. दयानन्द तिवारी, रामकृष्ण सहस्त्रबुद्धे और नंदन मिश्र ने डॉ. कृपाशंकर मिश्र के काव्य संग्रह “आकाशवाणी” पर अपनी-अपनी शैली में समीक्षात्मक विचार प्रकट किये। कवि सम्मेलन में वरिष्ठ रचनाकार सुरेश मिश्र, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य एवं वरिष्ठ कवि गजानन महतपुरकर, वरिष्ठ साहित्यकार राजीव मिश्र, डॉ. वर्षा महेश और विभा सिंह सहित विभिन्न कलमकारों ने अपनी काव्य रचनाओं से सबको मंत्रमुग्ध किया। इस अवसर पर इन सभी सहभागी प्रतिष्ठित कलमकारों, अतिथियों, पत्रकारों और बाल कलाकारों का आयोजक संस्था के संस्थापक डॉ कृपाशंकर मिश्र ने अंगवस्त्रम, अभिनंदन पत्र एवं ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रस्तुत देशभक्ति गीतों पर उल्लासपूर्ण नृत्य और भरतनाट्यम ने भी सभी की तालियाॅं बटोरीं। प्रारम्भ में समारोह के मुख्य आयोजक कृपाशंकर मिश्र ने सभी का स्वागत करते हुए संस्था के उद्देश्यों एवं गतिविधियों की जानकारी दी। समारोह का शुभारम्भ मंदाकिनी मिश्रा द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ हुआ।
समस्त समारोह का सफल मंच संचालन आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक एवं महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य आनन्द प्रकाश सिंह ने किया। कवि सम्मेलन सत्र का सफल संचालन वरिष्ठ हास्य कवि सुरेश मिश्र ने किया। इस अवसर पर तुलसी जयन्ती के उपलक्ष्य में संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास को भावपूर्ण श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये। अंत में समारोह के मुख्य आयोजक कृपाशंकर मिश्र ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। इस समारोह में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य प्रो. मार्कंडेय त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार अनुराग त्रिपाठी और एडवोकेट वी. एल पाठक सहित अनेक साहित्यधर्मी शामिल रहे।