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New Delhi, Nov 05, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) भारतीय सिनेमा के चार दिग्गजों की जन्म-शताब्दी मनाएगा
सरकारी सूत्रों ने आज बताया कि 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में सिनेमा की चार ऐसी महान शख्सियतों को सम्मानित करने की तैयारी है, जिन्होंने भारतीय सिनेमा के कई महत्वपूर्ण पक्षों का निर्माण किया है।
इस वर्ष भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कृतित्व के उत्सव, फिल्मों के प्रदर्शन और इंटरैक्टिव कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के माध्यम से राज कपूर, तपन सिन्हा, अक्किनेनी नागेश्वर राव (एएनआर) और मोहम्मद रफी की असाधारण विरासत को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इससे समारोह में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को सिनेमा की दुनिया में इन दिग्गज फिल्मी हस्तियों के योगदान को करीब से जानने-देखने-समझने का अवसर मिलेगा।
एनएफडीसी-एनएफएआई ने कालजयी क्लासिक फिल्मों के संस्करण सहेजे: इन महान हस्तियों को विशेष श्रद्धांजलि के रूप में, आईएफएफआई की ओर से उनकी कालजयी क्लासिक फिल्मों के वे संस्करण प्रस्तुत किए जाएंगे जिन्हें एनएफडीसी-एनएफएआई ने सहेजा है। इससे दर्शकों को भारतीय सिनेमा की कुछ सबसे प्रसिद्ध फिल्मों को देखने का अनुभव मिलेगा। सहेजे गए प्रिंट से दर्शकों को इन फिल्मों की उस भव्यता और कलात्मकता का अनुभव करने का अवसर मिलेगा,  जिस तरह उन्हें बनाया गया था। इसमें उनसे जुड़े एक-एक विवरण पर सूक्ष्म तरीके से ध्यान दिया गया है।
राज कपूर की फिल्म आवारा इनमें शामिल है जिसको डिजिटल रूप से सहेजे गए स्वरूप में प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें एक बार फिर से आम आदमी के जीवन की उस जिंदादिली, हास्य और संवेदनशीलता की झलक मिलेगी जो राज कपूर ने प्रस्तुत की थी। इस तरीके से फिल्म को सहेजे जाने से भारतीय सिनेमा में राज कपूर के अद्वितीय योगदान और सामाजिक मुद्दों को गहराई और करुणा के साथ चित्रित करने की उनकी कलात्मक प्रतिबद्धता को भव्यता से प्रस्तुत किया गया है।
वहीं, तपन सिन्हा निर्देशित क्लासिक फिल्म हारमोनियम का भी प्रदर्शन किया जाएगा, जो दर्शकों को उनकी कहानी कहने की कला की अनूठी शैली को पुनः समझने का अवसर देगा। दमदार विषय और कथात्मक गहराई के लिए जानी जाने वाली फिल्म हारमोनियम तपन सिन्हा की कलात्मक विरासत और सिनेमाई दृष्टि का विशिष्ट उदाहरण है।
ऐतिहासिक फिल्म देवदासु का पुनः निर्माण सिनेमा के इतिहास में अक्किनेनी नागेश्वर राव (एएनआर) की जगह को नए सिरे से मजबूत करने के साथ आईएफएफआई के अनुभव को और समृद्ध करने वाला है। पुनः निर्मित संस्करण अक्किनेनी नागेश्वर राव की ओर से देवदास के गहन चित्रण को और अधिक उभारता है। इससे समकालीन दर्शकों को भारतीय सांस्कृतिक पहचान के साथ गहराई से जुड़ी भूमिका में उनके भावनात्मक प्रदर्शन से जुड़ने का मौका मिलेगा।
अंत में,  क्लासिक फिल्म हम दोनो को इसके परिष्कृत दृश्य-श्रव्य पुनर्निर्मित संस्करण में दिखाया जाएगा। महान गायक मोहम्मद रफ़ी के अमर गीतों के साथ, यह संस्करण भारतीय संगीत और सिनेमा में रफ़ी के अनूठे योगदान की सराहना करता है और सभी पीढ़ियों के लिए उनकी आवाज़ के जादू को पुनर्जीवित करता है।

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