New Delhi, May 26, मालदीव के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल्ला खलील 25 से 27 मई तक भारत की यात्रा पर हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि 26 मई 2025 को मालदीव के विदेश मंत्री डॉ. खलील ने व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी पर भारत-मालदीव विजन दस्तावेज के कार्यान्वयन में प्रगति की निगरानी के लिए भारत-मालदीव उच्च स्तरीय कोर ग्रुप (एचएलसीजी) की दूसरी बैठक में मालदीव का नेतृत्व किया। बैठक के दौरान राजनीतिक आदान-प्रदान, रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग, विकास साझेदारी, व्यापार, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, साझा दृष्टिकोण के कार्यान्वयन सहित लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने पर चर्चा हुई।
विदेश मंत्री डॉ. खलील ने अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने भारत के नागरिकों और भारत सरकार के साथ मालदीव की एकजुटता व्यक्त की और सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को मजबूत समर्थन व्यक्त किया। विदेश मंत्री डॉ. खलील ने मालदीव को समय पर आपातकालीन वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया, जिसका मालदीव के लोगों के दैनिक जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री डॉ. खलील ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की, जिसमें दोनों पक्षों ने आपसी हित के मामलों पर चर्चा की।
यह भी निर्णय लिया गया कि एचएलसीजी की तीसरी बैठक पारस्परिक रूप से सहमत उपयुक्त तारीखों पर माले, मालदीव में आयोजित की जाएगी।
मालदीव भारत का एक प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति और विजन महासागर, यानी सभी क्षेत्रों में सुरक्षा और प्रगति के लिए पारस्परिक और समावेशी विकास में एक प्रमुख साझेदार है। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी मजबूत हुई है।
