Bhavnagar, Gujarat, Dec 15, पश्चिम रेलवे में गुजरात के भावनगर मंडल के लोको पायलटों ने दो दिनों में 8 सिंहों को ट्रेन की चपेट में आने से बचाया।
मंडल रेल प्रवक्ता ने आज बताया कि भावनगर रेलवे मंडल द्वारा सिहों/वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। मंडल के निर्देशानुसार ट्रेनों का संचालन करने वाले लोको पायलट निर्धारित गति का पालन करते हुए विशेष सतर्कता के साथ कार्य कर रहे हैं। भावनगर रेलवे मंडल के लोको पायलटों की सतर्कता एवं वन विभाग के फॉरेस्ट ट्रैकरों की मदद से इस वित्तीय वर्ष में अभी तक कुल 104 सिंहों की जान बचाई जा चुकी है।
भावनगर मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक माशूक अहमद ने बताया की 15.12.2024 (रविवार) को लोको पायलट धवलभाई पी. (मुख्यालय-सुरेन्द्रनगर) ने राजुला सिटी-पीपावाव सेक्शन में किमी 22/14-22/15 के बीच 5 शेरों को रेलवे ट्रैक पार करते देखा तो गुड्स ट्रेन जो हापा से पीपावाव पोर्ट की ओर जा रही थी, को इमरजेन्सी ब्रेक लगाकर रोक लिया। लोको पायलट द्वारा ट्रेन मैनेजर (गार्ड) लोकेश साह (मुख्यालय-बोटाद) को सूचित किया गया। फॉरेस्ट गार्ड के घटनास्थल पर पहुंचने और उनके द्वारा सभी स्थिती नॉर्मल पाये जाने पर उनके द्वारा प्रस्थान संकेत दिये जाने के पश्चात लोको पायलट द्वारा ट्रेन को गंतव्य की ओर ले जाया गया।
इसी तरह 14.12.2024 (शनिवार) को लोको पायलट सुनील पंडित (मुख्यालय-जूनागढ़) ने चलाला-धारी सेक्शन में किमी सं. 53/2-53/3 के बीच एक शेरनी को दो बच्चों के साथ रेलवे ट्रैक पार करते देखा तो पैसेन्जर ट्रेन नं. 09292 अमरेली-वेरावल को इमरजेन्सी ब्रेक लगाकर रोक लिया। लोको पायलट द्वारा ट्रेन मैनेजर (गार्ड) विदयानन्द कुमार (मुख्यालय-जूनागढ़) को सूचित किया गया। सूचना प्राप्त होने पर कुछ समय में हीं फॉरेस्ट गार्ड घटनास्थल पर पहुंच गये, उन्होंने देखा की शेर रेलवे ट्रैक से दूर चले गये हैं। तत्पश्चात सभी स्थिती नॉर्मल पाये जाने पर फॉरेस्ट गार्ड द्वारा लोको पायलट को प्रस्थान करने को कहा गया। प्रस्थान संकेत मिलने के पश्चात लोको पायलट द्वारा ट्रेन को गंतव्य की ओर ले जाया गया।
सूचना प्राप्त होने पर लोको पायलटों के इस सराहनीय कार्य के लिए मंडल रेल प्रबंधक रवीश कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक हिमाँशु शर्मा एवं अन्य अधिकारियों द्वारा प्रशंसा की गई।