Vadtal, Nov 09, वडताल मंदिर की 200वीं वर्षगांठ मनाने के लिए, श्री स्वामीनारायण संप्रदाय में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के सम्मान में एक विशेष डाक टिकट आज जारी किया गया।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि यह मंदिर श्री स्वामीनारायण संप्रदाय की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में कार्य करता है, जो आज दुनिया भर में फैल चुका है। इस मंदिर का निर्माण भगवान श्री स्वामीनारायण के आदेश पर सद्गुरु श्री ब्रह्मानंद स्वामी और सद्गुरु श्री अक्षरानंद स्वामी ने करवाया था। यह मंदिर कमल के आकार में बना है, जो सभी धर्मों के बीच सद्भाव की भावना का प्रतीक है। इसमें देवी-देवताओं के अवतारों के चित्रण शामिल हैं।
यह डाक टिकट आज वडताल, जिला खेड़ा, गुजरात में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल, आचार्य महाराज 1008 राकेशप्रसाद, डॉ. संतवल्लभस्वामी, वडटलाधाम मंदिर के मुख्य कार्यकारी कोठारी, वडोदरा के पोस्टमास्टर जनरल दिनेशकुमार शर्मा सहित अन्य पूज्य स्वामी की उपस्थिति में जारी किया गया। जयराज टी. जी. द्वारा डिजाइन किए गए स्मारक टिकट में वडतालधाम मंदिर की शानदार पारंपरिक वास्तुकला को दर्शाया गया है। इस मंदिर का आकार कमल जैसा है और इसमें नौ सुनहरे गुंबद हैं। यह टिकट वडताल की समृद्ध विरासत और असंख्य भक्तों के जीवन पर इसके महत्वपूर्ण प्रभाव का प्रतीक है, जो पूजा के लिए एक पुण्य स्थान और प्रेरणा का स्रोत प्रदान करता है।
उन्होंने बताया कि डाक विभाग को वडतालधाम द्विशताब्दी महोत्सव के अवसर पर यह स्मारक डाक टिकट जारी करने और सभी धर्मों के बीच सद्भाव की भावना को बढ़ावा देने के लिए मंदिर की स्थायी प्रतिबद्धता को सम्मान देने पर गर्व है।