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मुंबई, 12 अगस्त, संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास की जयंती के उपलक्ष्य में मुंबई महानगर के मालाड उपनगर स्थित शारदा ज्ञानपीठ सभागार में महाराष्ट्र हिंदी साहित्य अकादमी और अखिल ब्रह्मविज्ञान संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में गोस्वामी तुलसीदास जयंती समारोह का आयोजन किया गया।
गजानन महतपुरकर ने आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि समारोह में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे ने कहा कि भारतीय मूल्यों की प्रतिष्ठा के लिए प्रसिद्ध कवियों, साहित्यकारों और कलाकारों की जयंतियों का समारोह पूर्वक उत्सव मनाने के साथ ही उनके विचारों, भावनाओं एवं जीवन मूल्यों को अपने व्यवहार में आत्मसात करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने कविता और मानव जीवन में सार्थकता, मूल्य, रसमयता और छांदिक अनुशासन पर बल दिया। उन्होंने भारतीय संस्कृति और सनातन मूल्यों के संवर्धन का अप्रतिम सूत्र दिया, जो हमारे लिए आज भी प्रेरणा स्रोत है।
समारोह में भगवान तिवारी, देवेन्द्र तिवारी, श्रीराम पाल और अनिल मिश्र ने गोस्वामी तुलसीदास के साहित्य पर प्रकाश डाला।योगाचार्य भारतेन्दु ने बाॅंसुरी पर श्रीराम धुन बजाकर सभी उपस्थित लोगों को आह्लादित कर दिया।आचार्य रामव्यास उपाध्याय द्वारा स्वस्तिवाचन तथा डॉ. रोशनी किरण द्वारा सरस्वती वंदना से आरम्भ समारोह में अवनीश सिंह, रीमा राय सिंह, शशिकला पटेल, अर्चना उपाध्याय, सुनीता सिंह, ओमप्रकाश दुबे आदि ने शोध-प्रपत्र प्रस्तुत किये। श्री भाटी ने अकादमी और संस्थान के इस संयुक्त आयोजन को सामाजिक, सांस्कृतिक और भारतीय मूल्यों की प्रतिष्ठा के समारोह की संज्ञा दी।