Anand, Nov 01, Gujarat के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की उपस्थिति में आज पाँच हजार लोगों ने सिर्फ 60 मिनट में 2.50 लाख सीड बॉल बनाकर पर्यावरण के क्षेत्र में एक अनोखी पहल की। यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जिसकी प्रविष्टि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज की गई।
राज्य में आणंद के वासद के एस.वी.आई.टी. कॉलेज में श्री देवव्रत और श्री श्री रविशंकर की उपस्थिति में पाँच हजार लोगों ने सिर्फ 60 मिनट में 2.50 लाख सीड बॉल बनाकर पर्यावरण के क्षेत्र में एक अनोखी पहल की। यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जिसकी प्रविष्टि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज की गई। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि द्वारा इस उपलब्धि का प्रमाणपत्र आर्ट ऑफ लिविंग के श्री श्री रविशंकर को भेंट किया गया।
आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन द्वारा वासद में “सीड द अर्थ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पाँच हजार से अधिक लोगों ने मिलकर सिर्फ 60 मिनट में 2.50 लाख सीड बॉल तैयार करके हरित भारत के निर्माण में योगदान दिया। इस कार्यक्रम में दो वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हुए – सबसे अधिक सीड बॉल बनाने का और सीड बॉल ट्रे का उपयोग करके सबसे लंबा स्लोगन बनाने का।
राज्यपाल श्री देवव्रत ने बताया कि जमीन में ऑर्गेनिक कार्बन की कमी और रासायनिक खादों के बढ़ते उपयोग के कारण जो अनाज, फल और सब्जियाँ उगाई जा रही हैं, वे जहरीले हो जाते हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं। इसका परिणाम कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियों के बढ़ने में दिखता है। इनसे बचने का एकमात्र उपाय प्राकृतिक कृषि है। उन्होंने कहा कि गुजरात में 10 लाख से अधिक किसान प्राकृतिक कृषि कर रहे हैं। राज्य सरकार ने मिशन मोड पर प्राकृतिक कृषि अभियान को अपनाया है, जो तेजी से आगे बढ़ रहा है।
श्री आचार्य देवव्रत ने बताया कि गुरुदेव श्री रविशंकर ने न केवल आध्यात्मिकता के माध्यम से मानवता का मार्ग प्रशस्त किया है बल्कि पर्यावरण की रक्षा का कार्य भी अपने कंधों पर लिया है। पर्यावरण की रक्षा के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण आवश्यक है।
राज्यपाल ने कहा कि रासायनिक खाद और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से धरती मां की सेहत बिगड़ गई है, जिसके परिणामस्वरूप धरती बंजर बन रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक कृषि केवल खेती नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से पर्यावरण की रक्षा, जल की शुद्धता, गाय का संरक्षण, किसानों की आय में वृद्धि और ज़हर मुक्त कृषि उत्पाद भी मानव जाति को मिलेंगे।
उन्होंने प्राकृतिक जीवन शैली अपनाने और प्रकृति का सहयोग करने की अपील की और वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन को बधाई दी और सभी नागरिकों को दिवाली पर्व की शुभकामनाएं भी दीं।
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने दिवाली पर्व की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में अन्न का अत्यधिक महत्व है और अच्छे अन्न का दान करने के लिए अच्छे बीज का होना बहुत ज़रूरी है। आज हमारा देश स्वतंत्र है, लेकिन बीज के क्षेत्र में हम अभी भी गुलाम हैं। इस गुलामी से बाहर आने के लिए हमें बीज संरक्षण का कार्य करना ही होगा।
उन्होंने सीड बॉल बनाने के वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए सभी को बधाई देते हुए कहा कि देशी बीजों को बचाना आज की अत्यंत आवश्यक जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में बम के कारण लोग मर रहे हैं, लेकिन आज बनाए गए ये सीड बम लोगों की रक्षा करने वाले बम हैं जिन्हें हमें बरसाना है। उन्होंने कहा कि इन सीड बमों के माध्यम से दुनिया का भला होगा।
श्री श्री रविशंकर ने बताया कि पर्यावरण की सुरक्षा के अभाव के कारण हम आज जलवायु परिवर्तन का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीड बम के माध्यम से हम धरती में बीज बोकर पर्यावरण की रक्षा के कार्य में योगदान दे रहे हैं। बीज में निहित वृक्ष को प्रकट करना एक महान कार्य है।
श्री श्री कृषि विज्ञान और टेक्नोलॉजी ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. प्रभाकर राव ने बताया कि एस.वी.आई.टी. के सहयोग से आज तैयार किए गए सीड बॉल का आगामी मानसून में रोपण किया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत में एस.वी.आई.टी. के अध्यक्ष रोनक पटेल ने उपस्थित सभी का स्वागत करते हुए कहा कि यहाँ एक घंटे में सबसे अधिक सीड बॉल बनाने का रिकॉर्ड बनाया गया है। उन्होंने कहा कि ये सीड बॉल पर्यावरण की रक्षा के लिए उपयोगी साबित होंगे और हर व्यक्ति को पर्यावरण संरक्षण में भागीदार बनने का आग्रह किया।
इस अवसर पर सांसद मितेशभाई पटेल, देवुसिंह चौहान, कलेक्टर प्रवीण चौधरी, जिला विकास अधिकारी मिलिंद बापना, जिला पुलिस अधीक्षक गौरव जसानी, गुजरात प्राकृतिक कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सी.के. टिंबडिया, आर्ट ऑफ लिविंग की श्रीमती सेजलबेन स्वामी, एस.वी.आई.टी. कॉलेज के शिक्षकगण, छात्र और श्री श्री रविशंकर के अनुयायी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।