~टियर-II और टियर-III शहरों में युवा महिलाओं को उद्योग जगत के लिए ज़रुरी कौशल प्रदान करने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में करियर को बढ़ावा देने के लिए, सीओई विशेष स्नातक एआई पाठ्यक्रम प्रदान करेंगे‘युवा महिलाओं को मांग में रहने वाले डिजिटल कौशल से सशक्त बनाने से न केवल व्यक्तिगत करियर में बदलाव आएगा, बल्कि अधिक न्यायसंगत और नवाचारों से युक्त अर्थव्यवस्था बनाने के देश के सफर को और रफ्तार मिलेगी’: केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी
New Delhi, Apr 22, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) और माइक्रोसॉफ्ट ने मिलकर देश के छह राज्यों में महिला कॉलेजों में 30 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करके ‘महिलाओं के लिए एआई करियर’ शुरू किया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) और माइक्रोसॉफ्ट ने महिलाओं के लिए एआई में करियर शुरू करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कौशल में विस्तार देने के लिए की गई अनूठी पहल है, जिसका मकसद उच्च शिक्षा संस्थानों में महिलाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में करियर बनाने के लिए उन्हें सशक्त बनाना है। रणनीतिक सोच के साथ किया गया यह सहयोग, महिलाओं को उद्योग जगत के लिए ज़रुरी एआई कौशल से लैस करके, उभरती हुई तकनीक में लैंगिक अंतर को पाटने का प्रयास करता है, ताकि वे डिजिटल अर्थव्यवस्था में सार्थक रूप से भाग ले सकें और भारत के नवाचार-आधारित विकास में सक्रिय योगदानकर्ता बन सकें।
इस साझेदारी के तहत, माइक्रोसॉफ्ट महिलाओं के लिए एआई कौशल और नवाचार ढांचे के तहत 240 घंटे का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम देगा, जो उद्योग जगत के मानकों के मुताबिक होगा और राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) के परामर्श के साथ तैयार किया जाएगा। यह प्रशिक्षण छह राज्यों के टियर-2 और टियर-3 शहरों में 30 उत्कृष्टता केंद्र – हब और 150 शैक्षणिक संस्थानों – स्पोक के नेटवर्क में उच्च शिक्षा के लिए राज्य सरकार के विभागों के साथ साझेदारी में हब और स्पोक मॉडल में दिया जाएगा।
इस साझेदारी को लेकर कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने कहा, “यह पहल इस बात का उदाहरण है कि कैसे सरकार और उद्योग एक साथ मिलकर समावेशी और भविष्य के लिए तैयार कार्यबल को आकार दे सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट के साथ हमारी साझेदारी एआई जैसे उभरते तकनीकी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए अवसरों का विस्तार करने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस कार्यक्रम को क्रेडिट-लिंक्ड विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम के अनुरुप बनाकर और इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के साथ जोड़कर, हम 21वीं सदी की शिक्षा को मज़बूत, अंर्तविषयी और उद्योग की ज़रूरतों के साथ गहराई से जोड़कर इसे नए रुप में परिभाषित कर रहे हैं। युवा महिलाओं को मांग में रहने वाले डिजिटल कौशल से सशक्त बनाने से, न केवल उनके व्यक्तिगत करियर में बदलाव आएगा, बल्कि इससे देश की विकास यात्रा को और अधिक न्यायसंगत और नवाचार-संचालित अर्थव्यवस्था बनाने की रफ्तार भी तेज़ हो सकेगी।”
इस कार्यक्रम के भागीदारों में से एक के तौर पर, एडुनेट फाउंडेशन इस कार्यक्रम को क्रियान्वित करेगा, जिसमें भाग लेने वाले शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी निकायों, कॉर्पोरेट संगठनों और उद्योग निकायों के साथ मिलकर काम किया जाएगा, व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए एक गठबंधन किया जाएगा और महिलाओं के लिए उद्योग के मुताबिक कौशल और आर्थिक अवसरों को मज़बूत किया जाएगा, जिससे उनकी कार्यबल में भागीदारी बढ़ेगी।
यह कार्यक्रम महिला संस्थानों में 30 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करके, उच्च शिक्षा में कक्षा शिक्षण को और बेहतर बनाता है, जो हब सेंटर के रूप में कार्य करते हैं और टियर-II और टियर-III शहरों में 150 स्पोक सेंटरों की मदद करते हैं। ये एआई उपकरणों और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के साथ व्यावहारिक प्रदर्शन के साथ गहन एआई प्रशिक्षण प्रदान करता है, जिससे 20,000 शिक्षार्थियों को उद्योगों के मुताबिक कौशल और परियोजना-आधारित अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलती है। शिक्षार्थियों को विशेषज्ञों के खास अनुभवों के साथ प्रशिक्षण, एआई प्रमाणन, इंटर्नशिप, अप्रेंटिसशिप, फेलोशिप, करियर मार्गदर्शन और एआई सक्षम भूमिकाओं में नौकरी के अवसरों के ज़रिए फायदा मिलेगा।
यह कार्यक्रम ग्रामीण भारत में महिलाओं के लिए एआई पर नवाचार करने और उनके लिए आर्थिक अवसरों को बढ़ाने के मौके देगा। साथ ही उन्हें एआई डेवलपर बनने, एआई एप्लिकेशन और डेटासेट बनाने के लिए भी तैयार करेगा, जिससे ग्रामीण एआई नवाचार/उद्यमों के लिए प्रतिभाओं का विकास होगा। यह पहल एमएसडीई के साथ माइक्रोसॉफ्ट के चल रहे कौशल प्रयासों पर आधारित है। एमएसडीई पाठ्यक्रम की मान्यता में, माइक्रोसॉफ्ट के साथ सहयोग करेगा और इन उत्कृष्टता केंद्रों के ज़रिए ग्रामीण लड़कियों को प्रशिक्षुता और नौकरी के अवसर प्रदान करेगा।
समावेशी कौशल के प्रति माइक्रोसॉफ्ट की प्रतिबद्धता पर ज़ोर देते हुए माइक्रोसॉफ्ट इंडिया की ग्लोबल डिलीवरी सेंटर लीडर अपर्णा गुप्ता ने कहा, “मैं कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीसई) के साथ माइक्रोसॉफ्ट की साझेदारी को आगे बढ़ते देख बेहद खुश हूं, जो भारत में युवा महिलाओं को एआई में करियर बनाने के लिए सशक्त बनाती है। हमारा मानना है कि समावेशी आर्थिक विकास के लिए सभी तक एआई कौशल की समान पहुंच बेहद ज़रुरी है। इस सहयोग के ज़रिए, हम टियर-II और टियर-III शहरों में, संस्थानों में क्षमता निर्माण को मजबूत कर रहे हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को एआई-संचालित अर्थव्यवस्था में कामयाब होने और भविष्य के कार्यबल को आकार देने में सक्षम बनाया जा सके।”
इस पहल का मकसद डिजिटल अर्थव्यवस्था में महिला कार्यबल की भागीदारी को बढ़ाना है और यह कार्यक्रम भविष्य के लिए तैयार कौशल तक समान पहुँच बनाने के सरकार के मिशन के अनुरूप है। यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए डिजिटल करियर के मार्ग को प्रशस्त करने और अधिक समावेशी प्रौद्योगिकी कार्यबल में योगदान देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।