New Delhi, May 19, समुद्री संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के वार्षिक मिशन ‘ऑपरेशन ओलिविया’ के तहत फरवरी 2025 के दौरान ओडिशा में रुशिकुल्या नदी के मुहाने पर 6.98 लाख से अधिक ओलिव रिडले कछुओं के घोंसले की रक्षा करने में सहायता की गई।
नवंबर से मई तक सालाना आयोजित किया जाने वाला ऑपरेशन ओलिविया आईसीजी की एक महत्वपूर्ण पहल है। इसका उद्देश्य विशेष रूप से गहिरमाथा बीच और ओडिशा के आसपास के तटीय क्षेत्रों में ओलिव रिडले कछुओं के लिए घोंसले की जगह सुनिश्चित करना है, जहां हर साल आठ लाख से अधिक कछुए आते हैं। ओडिशा में रुशिकुल्या नदी के मुहाने पर रिकॉर्ड सामूहिक घोंसले का निर्माण कठोर गश्त, हवाई निगरानी और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से लुप्तप्राय प्रजातियों की सुरक्षा में भारतीय तटरक्षक बल के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है।
ऑपरेशन ओलिविया की शुरुआत से लेकर अब तक, भारतीय तटरक्षक बल ने 5,387 से ज़्यादा सतही गश्ती उड़ानें और 1,768 हवाई निगरानी मिशन किए हैं, जिससे अवैध मछली पकड़ने और कछुओं के आवास में व्यवधान जैसे खतरों में काफ़ी कमी आई है। इस अवधि के दौरान, अवैध मछली पकड़ने में शामिल 366 नावों को हिरासत में लिया गया, जिससे समुद्री जीवन की रक्षा में भारतीय तटरक्षक बल की मज़बूत भूमिका की पुष्टि हुई। भारतीय तटरक्षक बल ने निगरानी के अलावा मछली पकड़ने वाले स्थानीय समुदायों के साथ सक्रिय रूप से काम किया है। इसमें कछुआ बहिष्करण उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देना और मछली पकड़ने की स्थायी प्रथाओं तथा संरक्षण शिक्षा का समर्थन करने के लिए औपचारिक समझौता ज्ञापनों के माध्यम से गैर सरकारी संगठनों के साथ साझेदारी करना शामिल है।
