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Mumbai, Oct 23, कमलनयन जमनालाल बजाज फाउंडेशन और विश्व युवक केंद्र, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ध्येय अभियान के चौथे संस्करण का सफल समापन यात्री निवास, सेवाग्राम में हुआ।
गजानन महतपुरकर ने आज यहां बताया कि इस पाॅंच दिवसीय राष्ट्रीय एक्सपोज़र और क्षमता निर्माण कार्यशाला में 14 राज्यों से 70 सामाजिक संगठनों के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अभियान का उद्देश्य नेतृत्व विकास और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना रहा।
अभियान कार्यक्रम का शुभारम्भ पारम्परिक दीप प्रज्वलन और भारत के सांस्कृतिक प्रदर्शन के साथ हुआ, जिसमें श्री काले ने प्रस्तुति दी। विश्व युवक केंद्र के सीईओ उदय शंकर सिंह ने इस महत्वपूर्ण पहल के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। प्रमुख अतिथियों ने विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार साझा किये। भरत, अध्यक्ष, गांधी सेवा संघ ने गांधीवादी विचारों की प्रासंगिकता पर बात की। के.के. सिंह, कुलपति, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय ने सामाजिक संगठनों की भूमिका पर अपने विचार रखे।
पद्मश्री सुभाष पालेकर ने प्राकृतिक खेती की प्रासंगिकता और गांधीजी की ग्राम विकास दृष्टि पर जानकारी दी। बजाज फाउंडेशन के क्षेत्रीय प्रबंधक महेंद्र फाटे ने फाउंडेशन के अंतर्गत वर्धा जिले में जल संसाधन विकास और कृषि क्षेत्र में किये गये कार्यों पर विस्तार से जानकारी दी। फील्ड विज़िट और व्यावहारिक अनुभव के अंतर्गत तीसरे दिन प्रतिभागियों ने कई महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा किया। थंगवेल डेट पाम और ड्रैगन फ्रूट फार्म में उन्होंने आधुनिक कृषि तकनीकों और उपज बढ़ाने के तरीके सीखे। रचना नेचुरल फार्म में प्राकृतिक खेती की प्रथाओं का अवलोकन किया। रिवर रिवाइवल और चेक डैम साइट में डिज़ाइन फॉर चेंज पहल के तहत छात्रों से बातचीत के माध्यम से जल संरक्षण की जानकारी मिली।
संजय घुमडे फार्म, में “आत्मनिर्भर परिवार” अवधारणा और स्मार्ट मार्केटिंग रणनीतियों पर चर्चा हुई। समापन समारोह में डॉ. गोपाल पालीवाल, प्राकृतिक मधुमक्खी पालन और अनुसंधान केंद्र, वर्धा, ने ग्रामीण जीवन और रोजगार के अवसरों पर मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रतिभागियों की प्रशंसा की। समारोह में कमलनयन जमनालाल बजाज फाउंडेशन के क्षेत्रीय प्रबंधक महेंद्र फाटे और विश्व युवक केंद्र के सीईओ उदय शंकर सिंह ने प्रतिभागियों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।
ध्येय अभियान के इस चौथे संस्करण में प्रतिभागियों को नेतृत्व विकास, प्राकृतिक कृषि प्रथाओं और सामुदायिक परिवर्तन लाने के लिए आवश्यक कौशल से सशक्त किया गया।
उल्लेखनीय है कि बजाज फाउंडेशन एक प्रमुख गैर-लाभकारी संगठन है और बजाज ग्रुप की सीएसआर शाखा है, जो 1963 से राजस्थान के सीकर जिले, 2009 से महाराष्ट्र के वर्धा जिले और उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में ग्रामीण समुदायों के जीवन में स्थायी और प्रभावशाली बदलाव लाने के लिए समर्पित है। पानी के संरक्षण, कृषि और सामाजिक विकास पर केंद्रित यह फाउंडेशन किसानों को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भरता एवं प्रगति का वातावरण विकसित करने का प्रयास करता है।