~राष्ट्रव्यापी अभियान में ओलंपियन, शतरंज ग्रैंडमास्टर, अभिनेता और फिटनेस आइकन सहित प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल हुईं
New Delhi, May 18, फिट इंडिया संडेज के हिमायती सुनील शेट्टी ने जीएसटी के 8 वर्ष पूरे होने के अवसर पर रविवार को साइकिल चलाई, कहा कि सम्पूर्ण स्वास्थ्य बीमारी से कहीं ज़्यादा सस्ता है।
आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि अभिनेता और फिटनेस आइकन सुनील शेट्टी ने फिट इंडिया मूवमेंट द्वारा सीबीआईसी-जीएसटी के सहयोग से आयोजित राष्ट्रव्यापी संडे ऑन साइकिल कार्यक्रम में निरंतर स्वस्थ रहने का जोरदार आह्वान करते हुए कहा, “सम्पूर्ण स्वास्थ्य बीमारी से कहीं सस्ता है। फिटनेस एक दिन की चीज नहीं होनी चाहिए, जैसे कि आज ही साइकिल चलाना, बल्कि समग्र स्वास्थ्य के लिए हर दिन इसका अभ्यास किया जाना चाहिए। तभी कोई फर्क दिखाई पड़ता है।” शेट्टी मुंबई में जीएसटी कमीश्नरेट में प्रतिभागियों के साथ शामिल हुए, इसमें अभिनेता की शक्ति और एक ऐसी पहल शामिल हो गइ्र जो तेजी से जन आंदोलन बन रही है।
18 मई को आयोजित इस कार्यक्रम में जीएसटी के आठ साल पूरे होने के अवसर पर स्वास्थ्य, समुदाय और स्वच्छ हवा की दिशा में एक समन्वित प्रयास में सीबीआईसी-जीएसटी केन्द्रों पर हजारों लोगों को एकजुट करते हुए फिटनेस के प्रति राष्ट्रव्यापी प्रतिबद्धता का जश्न मनाया गया।
तिरुवनंतपुरम में, इस कार्यक्रम को तीन प्रसिद्ध ओलंपियन और अंतरराष्ट्रीय एथलीटों – सुश्री जिस्ना मैथ्यू (रियो 2016, 4×400 मीटर), श्री एम.पी. जाबिर (टोक्यो 2020, 400 मीटर बाधा दौड़) और सुश्री अनु राघवन (एशियाई खेल और चैंपियनशिप पदक विजेता) ने हरी झंडी दिखाई। उनकी उपस्थिति ने 200 से अधिक प्रतिभागियों को जुनून और गर्व के साथ साइकिल चलाने के लिए प्रेरित किया।
साइकिल सवारों के समूह का नेतृत्व भारत के पांच शीर्ष साइकलिस्ट – सुश्री पूजा दानोले, सुश्री धन्यादा जेपी, सुश्री श्रीमति जे, सुश्री रेजिया देवी और सुश्री निरैमति जे कर रहे थे। प्रत्येक एक सम्मानित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता हैं। उनके मार्गदर्शन ने संदेश को बल दिया: फिटनेस केवल एक स्प्रिंट नहीं है, यह एक मैराथन है जिसे हम एक साथ चलाते हैं।
इस बीच, नई दिल्ली में साइकिल चलाना इस अभियान का सिर्फ़ एक हिस्सा था। बुडापेस्ट में 2024 शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीतने वाली शतरंज ग्रैंडमास्टर तानिया सचदेव भी इस अभियान में शामिल हुईं और फिटनेस को बढ़ावा देने वाले संदेश के साथ लोगों में जोश भर दिया। उन्होंने कहा, “फिटनेस के लिए किसी शानदार उपकरण या जिम की ज़रूरत नहीं होती – बस इच्छाशक्ति और अनुशासन की ज़रूरत होती है।” “शतरंज में भी सहनशक्ति बहुत ज़रूरी है। साइकिल चलाना अब मेरी फिटनेस के तरीके का एक बड़ा हिस्सा बन गया है।”
राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में जुम्बा, रस्सी कूद और योग सत्र शामिल थे, जिसने रविवार को शारीरिक गतिविधि और मानसिक सम्पूर्ण स्वास्थ्य के उत्सव में बदल दिया। यह कार्यक्रम देश भर में विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया गया, जिसमें एसएआई आरसी, एसटीसी एनसीओई, खेलो इंडिया सेंटर और सभी प्रमुख सीबीआईसी-जीएसटी केन्द्र शामिल थे।
सीबीआईसी जीएसटी के विशेष सचिव और सदस्य श्री शशांक प्रिय ने कहा, “फिट इंडिया और जीएसटी के साथ यह सहयोग एक मजबूत संदेश है कि फिटनेस सभी के लिए है – न कि केवल एथलीटों के लिए। जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों और बेहतर खान-पान की आदतों और कम चीनी की ज़रूरत के बारे में इस तरह की जागरूकता देखना उत्साहजनक है।”
उन्होंने कहा, “हम क्या खाते हैं, यह भी महत्वपूर्ण है ताकि हम बहुत ज़्यादा चीनी और गैस बनाने वाले पेय पर नियंत्रण रख सकें। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है ताकि हम मोटापे से लड़ सकें। हम हृदय रोग से पीडि़त होने की संभावना से ग्रस्त हैं, इसलिए एक स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत के इस लक्ष्य की ओर बढ़ना महत्वपूर्ण है।”
दिसम्बर 2024 में लॉन्च होने के बाद से साइकिलिंग पहल अब 5,500 से ज़्यादा स्थानों पर फैल चुकी है और 3 लाख से ज़्यादा नागरिकों तक पहुँच चुकी है। सोशल मीडिया पर सानिया मिर्ज़ा, मिलिंद सोमन, इमरान हाशमी, जॉन अब्राहम, इम्तियाज़ अली, शंकर महादेवन और दारा सिंह जैसे दिग्गजों के समर्थन की भरमार है, जो रोज़मर्रा की फ़िटनेस को प्रेरित करने के लिए अपनी आवाज़ दे रहे हैं।
शंकर महादेवन ने अपने वीडियो संदेश में कहा, “भारत साइकिल चलाकर फिटनेस की दिशा में एक कदम बढ़ाने के लिए एकजुट हो रहा है। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे इस रविवार को हमारे अधिकारियों के साथ जुड़ें और इसे एक यादगार कार्यक्रम बनाएं।” मिलिंद सोमन ने कहा, “फिट हम, तो फिट इंडिया।”
बढ़ती गति के साथ, फिट इंडिया का संडेज ऑन साइकिल हमारे चलने के तरीके को फिर से परिभाषित कर रहा है, एक बार में एक पैडल स्ट्रोक – सार्वजनिक स्थानों को सम्पूर्ण स्वास्थ्य केन्द्र में बदलना, और नागरिकों को स्वास्थ्य का चैंपियन बनाना।
